बदलते वक्त में क़ायम, है जिनका हर हुनर अपना ।
खुदी की मंजिलें हैं ये, था ख़ुद का रास्ता अपना ॥
कई जिंदगानिया दीं हैं, कई किस्से दिये गहरे ।
हमारे रक्त की लाली में, इनके रंग हैं गहरे ॥
॥ पितृ दिवस की मंगल शुभकामनाएं ॥
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
17th जून 2018