चलो पीलो पानी अब !
काश पति समझ पाते तुम्हारी प्रेम की पराकाष्ठा अब !!
कोई व्रत शायद करें पति भी अब !
जिनकी निशानी भी नहीँ की विवाह हुआ कब !!
पत्नी को सिर से पैर तक निशानी दिये सब !
पतियों की तो कोई जात ही नहीँ अब !!
समाज नारी को महान मानेगा कब !
नारी महान बस है, जाहिल कहते है सब !!
चलो पीलो पानी अब !
काश पति समझ पाते तुम्हारी प्रेम की पराकाष्ठा अब !!
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
30th October 2015
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएँ
Friday 30 October 2015
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल 30th October 2015 करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाए
Tuesday 27 October 2015
फुरसत के पल !!
फुरसत के पल, दिये क्यों चल !
उन पलों को बनाने में सज़दा किया !!
फ़िर से आयें वो पल, जो जिये हमने कल !
उन पलों ने हमें फिरसे, रुखसत किया !!
🌹🌹🌹
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
27 October 2015
Friday 16 October 2015
16 October 2015
यूँ तो वाजिब हैं हर सितम तेरे !
पर कुछ सितम बड़े बेरहम हैं तेरे !!
कभी लगता है ख़तम हुई मोहलत उनकी !
कभी लगे जैसे हमसफ़र हैं मेरे !!
🌹🌹🌹
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
16 October 2015
Wednesday 14 October 2015
जय माता की
नव रोज़ बड़े ही पावन हैं, नवनीत बना दे मन मेरा !
कोइ पाप न हो मेरे कर से, बस एक यही वरदान मेरा !!
तेरी भक्ती कर पाऊँ नित, रज धूल तेरी चंदन मेरा !
सारी चिंता से रहूँ परे, बस चरन तेरे हों घर मेरा !!
हे माँ मेरी मुझे मुक्त तू कर, जीवन उद्धार तू कर मेरा !
इस मोह जाल से विघटित कर , यहाँ न मैं कुछ न कोई मेरा !!
नव रोज़ बड़े ही पावन हैं, नवनीत बना दे मन मेरा !
कोइ पाप न हो मेरे कर से, बस एक यही वरदान मेरा !!
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जितेंद्र शिवराजसिंह बघेल
15 October 2015
जय माता की
।। मेरे शहर में सब है ।।
मेरे शहर में सब है, बस नही है तो, वो महक... जो सुबह होते ही, मेरे गांव के हर घर से आती थी। थोड़ी सोंधी, मटमैली, जो अंतर्मन में घुल जाती थी।।...
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पाठ - 14 " पाँच बातें " कक्षा - 4 1- हर एक काम इमानदारी से करो ! 2- जो भी तुम्हारा भला करे, उसका कहना मानो ! 3- अधिक...
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कभी कोख में तो, कभी चौक में मैं। क्यों मारी क्यों नोची, जली जा रही हूँ।। किसी रोज़ हो जाऊं, गी जग से ओझल। तो रहना अकेले, कहे जा रही हूँ।। ...
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कभी - कभी कुछ मजबूरियाँ आदत बन जाती हैं ! हम समझ ही नहीं पाते, कब वो इबादत बन जाती हैं !! दर्द तब होता है यारो, जब दुआ भी बददुआ बन जाती हैं...