हर आशय को स्पष्ट करे, हर घूढ़ विषय का सार है जो !
माँ की ममता के परे भले, एक ढाल बना सा खड़ा है जो !!
है नमन दंडवत जग सारा, ऐसी प्रतिभा का धनी है जो !
हर जनम रहो मेरे बनके , तुमसे बेहतर कोई और न हो
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पितृ दिवस की सुभकामनाएँ
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
21st जून 2015