मैं हूँ उसमे भले थोड़ा, मगर एहसास ज्यादा है !
वजह बतला नहीं सकता, मेरा खुद से ये वादा है !!
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जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
7th अप्रैल 2015
मेरे शहर में सब है, बस नही है तो, वो महक... जो सुबह होते ही, मेरे गांव के हर घर से आती थी। थोड़ी सोंधी, मटमैली, जो अंतर्मन में घुल जाती थी।।...