Tuesday 7 April 2015

7th अप्रैल 2015 !!

मैं हूँ उसमे भले थोड़ा, मगर एहसास ज्यादा है !
वजह बतला नहीं सकता, मेरा खुद से ये वादा है !!
जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल 
7th अप्रैल 2015 

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।। मेरे शहर में सब है ।।

मेरे शहर में सब है, बस नही है तो, वो महक... जो सुबह होते ही, मेरे गांव के हर घर से आती थी। थोड़ी सोंधी, मटमैली, जो अंतर्मन में घुल जाती थी।।...