बदतर से बेहतर होने में बीत जाती है ज़िन्दगी सारी !!
लोग कहते हैं, हमने तो जी लिया ………
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जितेंद्र शिवराज सिंह बघेल
21st जून 2015
मेरे शहर में सब है, बस नही है तो, वो महक... जो सुबह होते ही, मेरे गांव के हर घर से आती थी। थोड़ी सोंधी, मटमैली, जो अंतर्मन में घुल जाती थी।।...
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