जब साथ नहीं चल सकते थे तो, राह में मेरे क्यों आये !
हर जख्म अकेले सहते थे, तुम मरहम बनकर क्यों आये !!
हर जख्म अकेले सहते थे, तुम मरहम बनकर क्यों आये !!
ये बात गलत क्यों लगे मुझे, की मैंने तुझसे प्यार किया !!
बस दुआ यही है यार मेरे, तू याद कभी न फिर आये !!
27th जून 2013
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