करबद्ध मेरे अब हाथ नहीं, हो पाते हैं तेरे आगे !
कुछ बात गलत सी लगती है, कह पाता न तेरे आगे !!
कुछ बात गलत सी लगती है, कह पाता न तेरे आगे !!
मन शान्त नहीं, अति कुंठित है, परवाह नहीं कर पाता है !
हे ईश्वर मुझको शक्ती दे, झुक जाऊं मैं तेरे आगे !!
हे ईश्वर मुझको शक्ती दे, झुक जाऊं मैं तेरे आगे !!
कुछ प्रणय वेदना डसती है, कुछ अपने मुझसे दूर गये !
हर बात का तुझको भान प्रभू, कह पाऊं क्या तेरे आगे !!
हर बात का तुझको भान प्रभू, कह पाऊं क्या तेरे आगे !!
करबद्ध मेरे अब हाथ नहीं, हो पाते हैं तेरे आगे !
कुछ बात गलत सी लगती है, कह पाता न तेरे आगे !!
कुछ बात गलत सी लगती है, कह पाता न तेरे आगे !!
जितेन्द्र सिंह बघेल
5th मार्च 2013
5th मार्च 2013
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