मुझे लगा नहीं कभी की, तू इस कदर लौटेगा !
मेरे वजूद में शामिल, तेरी हर सांस थी जाना !!
तेरे हर अश्क की कीमत, मैं लौटा नहीं सकता !
मेरे हर वक़्त में शामिल, तेरे अरमान थे जाना !!
तेरा आना भी क्या आना, तुझे अपना नहीं सकता !
मेरे अपनों ही ने तो, मुझे मारा मेरी जाना !!
जितेन्द्र सिंह बघेल
23 जुलाई 2012
मेरे वजूद में शामिल, तेरी हर सांस थी जाना !!
तेरे हर अश्क की कीमत, मैं लौटा नहीं सकता !
मेरे हर वक़्त में शामिल, तेरे अरमान थे जाना !!
तेरा आना भी क्या आना, तुझे अपना नहीं सकता !
मेरे अपनों ही ने तो, मुझे मारा मेरी जाना !!
जितेन्द्र सिंह बघेल
23 जुलाई 2012
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